हरियाली के रास्ते -- कृषि, सहकारिता एवं स्थानीय प्रशासन पर केंद्रित मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश का प्रवक्ता

‘हरियाली के रास्ते’ का प्रकाशन नवंबर 2010 में शुरु हुआ । पत्रिका ने मध्यप्रदेश के कृषि, सहकारिता और स्थानीय प्रशासन को केंद्र में रखकर पत्रकारिता के मूल्यों को आगे बढ़ाया । अब तक के सफर में यह पत्रिका कृषकों की मार्गदर्शक, सलाहकार और मित्र सिद्ध हुई है । इसके पन्नों पर अनुभवी लेखकों द्वारा दिए जाने वाले विचारों से दूरदराज के गाँवों तक सूझबूझ की श्रंखला बनती हैं । पत्रिका के एक सिरे पर जहाँ क्षेत्र विशेष के विद्वतजन हैं तो दूसरे सिरे पर कृषक जो कृषि संबंधी अधिक से अधिक जानकारी पाना चाहते हैं । ‘हरियाली के रास्ते’ समाचार और विचार के बीच संतुलन बनाती है । वह विचार को भी पोषित करती है और समाचारों से रुबरु भी करवाती है । हम प्रदेश की कृषि, सहकारिता, ग्रामीण विकास और ग्राम्य जीवन को छूते हुए हर माह लाखों पाठकों तक पहुँचते हैं । स्थानीय शासन-प्रशासन और जनता के हित से जुड़े मुद्दों को भी हम सदैव शब्द और आवाज देते रहे हैं । पाठकों के विश्वास के साथ यह सिलसिला अनवरत जारी है ।

 
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